कायस्थ विरोधियो से एक सवाल ? पर त्वरित टिप्पणी:राधेगोबिन्द माथुर
हमारा समाज एक ईकलोता समाज हे जहाँ हर व्यक्ति अपने को समझदार व ज्ञानी तथा दूसरों को हीन समझता हे । ज़रा सी कामयाबी मिलते हे ,लोग आपके विरुद्द होने लगते हे। थोड़ा सा सहयोग मिलते ही एक ग्रुप का निर्माण कर स्वयंभू नेता बन जाते हे । व ज़रा सा उनके विरुद्ध बोलो तो माफिया की तरह बोलने वाले को इतना जलील कि…