Kayastha कायस्थ शब्द के अक्षर का अर्थ




कायस्थ इति जीवेत्तु विचरेच्च इतस्ततः।। 34।।
अर्थ- कायस्थ प्राणी (मनुष्य) स्मरण किये गये हैं, वह भ्रमण करते हैं।। 34।।

काकाल्लौल्यं यमात् क्रौर्यम् स्थपतेरथ कृन्तनम्।
आद्याक्षराणि संगृह्य कायस्थ इति कीर्तितः।। 35।।
अर्थ- काक के समान चतुर, काल के समान साक्षात् मृत्युदाता, यमराज के समान न्याय में क्रूर रूप में स्थापित हैं। आदिकाल से कायस्थ शब्द के अक्षर का अर्थ इसी रूप में विख्यात है।

"का" से- काक के समान चतुर, काल के समान साक्षात् मृत्युदाता।
"य" से- यमराज के समान न्याय में क्रूर।
"स्थ" से- स्थापित हैं।

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इस लोक में विद्यमान कायस्थ-यमलोक में विद्यमान कायस्थ (चित्रगुप्त) के वंशज हैं। भगवान् चित्रगुप्त धर्माधिकारी नामक "यम" हैं। 
यथा--

यमाय धर्मराजाय मृत्यवे चान्तकाय च।
वैवस्वताय कालाय सर्वभूतक्षयाय च।।
औदुम्बराय दथ्नाय नीलाय परमेष्ठीने।
वृकोदराय चित्राय चित्रगुप्ताय वै नम:।।