ऐसे मनाओ होली !" : चित्रांश प्रदीप माथुर
प्यार और सौहार्द जुटा कर टावर में से सबको बुला कर मस्तक चंदन तिलक लगा कर गीतों में संगीत सजा कर डीजे फ्लोर पे ठुमके लगा के झूमे नाचे टोली ऐसे मनाओ "होली" ! एकजुट सभी हो जायें कायम हो भाईचारा मीठी हो सबकी बोली हर एक सबको प्यारा हाथों में ले गुलाल सब खेलें तिलक की होली ऐसे मनायें होली ! …