Udai Shankar Mathur
Phir Wohi Sham
जयपुर , 25 फरवरी (कायस्थ टुडे) ।अग्रवाल फार्म मानसरोवर माथुर सोसायटी ने गायक तलक मेहमूद को स्वराजंलि देकर याद किया ।
तलत मेहमूद Talaq Mehmood को स्वराजंलि की शुरूआत विपुल माथुर ने इतना ना तू मुझसे प्यार बढा ,मैं इक बादल आवारा से की । इसके उपरान्त स्वराजंलि देने का सिलसिला देर शाम तक जारी रहा । राजेश माथुर फिर वहीं शाम वहीं गम वहीं तन्हाई है दिल को समझाने तेरी याद चली आई है ........ आलोक माथुर आसूं समझ के ......अम्बे माथुर जलते है जिसके लिए तेरी आखों के लिए ........ फिर वो ही शाम वो ही गम वो ही तन्हाई...... रवि शंकर माथुर हम से आया नहीं गया , तुमसे बुलाया नहीं गया .....डा रमंक माथुर ने जलते है जिसके लिए ...... अर्चना माथुर शाम ए गम की कसम दिल परेशान है .......डा रवि शंकर माथुर ... इला नाग इतना ना प्यार मुझसे बढा ........
Alok Mathur
Aansoo Samajh Key
तसवीर बनाता हूॅ तसवीर नहीं बनती , उदय माथुर फिर वहीं शाम वहीं गम वहीं तन्हाई है दिल को समझाने तेरी याद चली आई है.......विमल माथुर ये हवा य रात ये चांदनी तेरी एक अदा पे ........ विनोद माथुर जलते है जिसके लिए तेरी आखों के लिए ........ईला नाग ऐ मेरे दिल कई ओर चल मेरा दिल .....कुमकुम माथुर मिलते ही आंखे दिल दिवाना, अफसाना बन गया मेरा....रेनू माथुर आ हा रिम झिम के प्यारे गीत मेरे ........संजय माथुर तसवीर बनाता हूॅ तसवीर नहीं बनती , तसवीर बनती बडे मनायोग से गाकर तलत मेहमूद को याद किया ।
हमेशा की तरह एएफएम माथुर सोसायटी की महिला सदस्यों की भागीदारी अच्छी रहीं ।श्रद्वाजंलि कार्यक्रम को संवारने का काम किया एफ एम माथुर सोसायटी के पदाधिकारियों किरण मोहन माथुर,गोपाल दत्त माथुर,प्रेम शंकर माथुर , विमल किशोर माथुर और सांस्कृतिक सचिव अम्बे माथुर ने ।Kayastha Today