जयपुर, 28 सितम्बर( कायस्थ टुडे ) स्वर कोकिला लता मंगेशकर के 92 वे जन्म दिन पर अग्रवाल फार्म मानसरोवर माथुर सोसायटी के सदस्यों ने शानदार प्रस्तुति देकर यादगार बना दिया ।
अग्रवाल फार्म मानसरोवर माथुर सोसायटी के सक्रिय पदाधिकारियों की वजह से कायस्थ समाज की चर्चा करे तो व्हाटसअप पर एएफएम माथुर सोसायटी अपने कार्यक्रमों से सबसे अधिक सक्रिय है ।
ओर भी ग्रुप सक्रिय है लेकिन सांस्कृतिक कार्यक्रमों की वजह या ऐसे कार्यक्रम जिनसे ग्रुप के अधिकतर सदस्य ही नहीं बल्कि उनके बच्चे भी सक्रिय है ।
लता मंगेशकर के जन्मदिन पर एएफ माथुर सोसायटी के सदस्य या उनके परिवार जिन्हे गाने में माहिर है ने बहुत ही खूबसूरत प्रस्तुति या यह कह सकते है लाजवाब प्रस्तुति दी वहीं इस ग्रुप के ही नहीं अन्य ग्रुप के सदस्यों ने मधुर स्वर और गीतों का दिन भर आनंद लिया ।
कार्यक्रम का संयोजन कर रहे सांस्कृतिक सचिव अम्बे नारायण माथुर ने खबर मोरी ना लिनी रे बहुत दिन बीते, इतना है तुमसे प्यार मुझे,बैया न धरो, अर्चना आलोक ने बैंयां ना धरो ओ बलमा.....ना करो मोसे रार,रेखा माथुर ने फिल्म अंदाज के उठाए जा उनके सितम
पूनम माथुर ने आपकी नजरों ने समझा, ये दिल तुम बिन नहीं लगता, चंदन सा बदन, राज ईश ने माथुर चाहे रहों दूर चाहे रहो पास, आप की नजरों ने समझा,अर्चना माथुर ने यूं हसरतों के दाग मोहब्बत में धो दिये ...मंजू माथुर पत्नी उदय शंकर माथुर ने बहारों मेरा जीवन भी सवारों ।
ज्योति माथुर और उदय माथुर ने तुम तो प्यार हो सजना , मुझे तुम से प्यारा ओर ना कोई, डॉ. रवि एस. माथुर ने पलको के पीछे से.... आप की आंखों में कुछ .... किसी राह में किसी मोड पर। ये आंखे देखते हम, पूनम माथुर ने तू जहां चलेगा...जरा से आहट होती है..इला नाग ने रजनी गंधा फूल तुम्हारे, मिलती है जिंदगी में। विनोद माथुर आज सोचा तो आंसू भर आये । इला नाग, कुमकुम माथुर,राज ईश माथुर,रेणु, शुभा सहित अन्य सदस्यों ने लता मंगेशकर के गानों को अपनी सुरीली आवाज में मस्ती भरे अंदाज में पेश किये ।