कर्मशील व्यक्तित्व के धनी थे शिक्षाविद्व राम नारायण माथुर


सीकर, 3 मार्च कायस्थ  टुडे  चित्रगुप्त भवन में एनडीआरके माथुर चेरिटेबल ट्रस्ट व कायस्थ हितकारिणी समिति की ओर से प्रख्यात शिक्षाविद्व रामनारायण माथुर का जन्म शताब्दी समारोह  में पुष्पाजंलि कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए।

 समारोह में पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुभाष महरिया, सीकर विधायक राजेन्द्र पारीक, शिक्षाविद्व मुरारी लाल जोशी, वरिष्ठ शल्य चिकित्सक डॉ. जी. एल. राठी, डॉ. एस. एल. सोनी, प्रोफेसर विनोद बहादुर सक्सेना, रामनिरजंन माथुर, कायस्थ हितकारिणी समिति के अध्यक्ष राधाकृष्ण माथुर, भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष महेश शर्मा बतौर अतिथि के रूप में मौजूद थे।

मंचस्थ अतिथियों ने अविस्मरणीय पहलुओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि शिक्षाविद्व स्वर्गीय रामनारायण माथुर प्रशंसा के अविभूत नहीं होकर कर्मशील व्यक्तितत्व के धनी थे। वर्तमान दौर में श्रेष्ठता का सम्मान व गुरू के प्रति कृतज्ञता का भाव कम होता जा रहा है। वर्तमान पीढ़ी को श्रेष्ठ लोगों का अनुसरण जीवन में करना चाहिए। शिक्षक की विशेषता होनी चाहिए कि वह शिष्य के उपलब्धि प्राप्त करने पर उसका मनोबल बढ़ाये। 

पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुभाष महरिया ने आयोजकों को साधुवाद देते हुए कहा कि आदर्श पुरूष को श्रंदाजंलि अर्पित करते हुए नमन करने का अवसर प्रदान किया। स्वर्गीय रामनारायण माथुर में शिष्य को तैयार करने के प्रति निश्चय व दृढ़ इच्छा शक्ति कूट - कूट कर भरी हुई थी। 

सीकर विधायक राजेन्द्र पारीक ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि हिन्दी विद्या भवन कई संस्थाओं की जननी है। पिता व गुरू सदैव यह चाहता है कि बेटा व शिष्य की पहचान समाज में अलग से बने। उन्होंने ने कार्यक्रम के दौरान रखे गए प्रस्ताव हिन्दी विद्या भवन के मार्ग का नामकरण व स्कूल में मूर्ति की स्थापना पर सहमति प्रदान कर उसे पूरा करने की बात कहीं। कार्यक्रम का संचालन लोकेश चन्द्र माथुर ने किया।

इस मौके पर साहित्यकार महावीर पुरोहित, राधेश्याम पारीक, मदन प्रकाश मावलिया, अश्विनी माथुर, प्रदीप कुमार माथुर, राममोहन माथुर, श्याम मोहन माथुर, कृष्ण कुमार माथुर, ओम प्रकाश माथुर, योगेश माथुर, मनोज माथुर, पवन मित्तल, विनोद भंडारी, हितेश श्रीवास्तव, राजेश माथुर, मुकेश दत्त,चंचल माथुर, द्वारका प्रसाद माथुर सहित काफी संख्या में गणमान्य लोग मौजूद थे। KAYASTHA TODAY