मुख्यमंत्री योगी से कायस्थ समाज को ओबीसी में शामिल करने की मांग



जयपुर, 3 सितम्बर कायस्थ टुडे जयपुर महानगर कायस्थ संस्था, जयपुर ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से ओबीसी श्रेणी में कायस्थ समुदाय को जल्द से जल्द शामिल करने की अपील करते हुए कहा कि ताकि कायस्थ समाज को अतीत में खो गया न्याय वापस मिल सके ।

अध्यक्ष आभा सक्सेना ने मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में यह मांग करते हुए कहा है कि भारत का प्राचीन हिंदू कायस्थ समुदाय धार्मिक, सामाजिक और आनुवंशिक रूप से मनु स्मृति और पाराशर स्मृति में वर्णित पांचवें वर्ण का सदस्य है। यह न तो ब्राह्मणों या राजपूतों के वर्ग का है और न ही बनिया या शूद्र के।

उन्होने कहा कि उन्नीसवीं शताब्दी तक, यह समुदाय एक किसान सह सरकारी सेवक समुदाय के रूप में जाना जाता था और समान रूप से जाट, यादव, कुर्मी, लिंगायत, वोकलिंग, महापात्र, कुशवाहा, पटेल आदि के साथ समान रूप से सामाजिक रूप से वर्गीकृत किया गया था।कायस्थों को छोड़कर उपरोक्त सभी अब पूरे भारत में ओबीसी अनुसूचित सूची का हिस्सा हैं और इस श्रेणी के सभी लाभ ले रहे हैं जो एक स्वागत योग्य प्रवृत्ति है, हमारे संविधान के लिए धन्यवाद।



 माथुर ने कहा कि कायस्थ समुदाय के लिए गंभीर स्थिति यह है कि युग के एक समय में, हमने अपनी कृषि भूमि खो दी, अपनी सेवा पहचान खो दी। हम किसी भी व्यावसायिक कौशल के लिए कभी नहीं जाने जाते थे। इन सभी खोई हुई पहचानों के कारण हम कम कमाई के शिकार हो गए जिसके परिणामस्वरूप हमारे बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए सुविधा नहीं मिली। साथ ही हम कुछ आरक्षण कटौती के कारण सरकारी सेवाओं के लिए प्रतिस्पर्धा का उचित रूप से सामना नहीं कर सके।

उन्होने कहा कि कायस्थ समुदाय ओबीसी श्रेणी में शामिल करने के लिए सामाजिक आर्थिक शैक्षिक स्थिति से मेल खाने वाली कानूनी और संवैधानिक आवश्यकता को पूरा करने के लिए आवश्यक प्रत्येक और हर पैरामीटर को कवर करता है।