कायस्थ समाज को समर्पित नरेन्द्र प्रसाद माथुर




उदयपुरUdaipur 27 जुलाई ।kayastha कायस्थ समाज के कर्मयोगी और चित्रगुप्त सभा उदयपुर के उपाध्यक्ष नरेन्द्र प्रसाद mathur माथुर  अपने अग्रज राजेन्द्र प्रसाद माथुर की प्रेरणा से अद्भुत एवम अप्रत्याशित तरीके से समाज की सेवा कर रहे हैं। 


रविन्द्र माथुर ने बताया कि  कोविड लॉक डाउन में नरेन्द्र माथुर ने जब घर से बाहर निकलना बंद था तब सर्वप्रथम एक माथुर मैट्रिमोनियल के नाम से एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया और जरिये फेसबुक फोन नंबर मांगे और प्राप्त फोन नंबर जोड़ कर ग्रुप का विस्तार किया। मात्र 4 महीने में माथुर मैट्रिमोनियल के 4 ग्रुप हो गए हैं तथा सर्व कायस्थ समाज के 4 ग्रुप बन गए हैं। इस प्रकार विवाह के 8 ग्रुप बखूबी से चल रहे हैं जिनमे विगत 4 माह में 100 से अधिक संबंध राजस्थान तथा अन्य प्रदेशों में तय हो गए हैं जिनके marrige विवाह जुलाई से फरवरी 2022 के दौरान होने निश्चित हुए हैं। 

अधिशासी अभियंता के पद से सेवानिवृत्त नरेन्द्र माथुर यहीं नहीं रुके हैं इन्होंने 3 रोजगार के तथा एक व्यापार का ग्रुप भी बनाया है जिसमें प्रदेश देश तथा विदेश के व्यक्तियों को जोड़ा है जहाँ से ग्रुप में रिक्त पदों की जानकारी प्राप्त होती है। व्हाट्सएप ग्रुप में विशेषज्ञों के साथ वेबनार भी कराई जानी ग्रुप की विशेषता है। ग्रुप में अनुशासन भी अव्वल दर्जे का है यदि किसी ने संबंधित विषय से हटकर कोई पोस्ट डाली तो उसे तुरंत हटा दिया जाता है भले ही उनके अनुज ही क्यों न हो।

 कायस्थ टुडे के सदस्य नरेन्द्र माथुर ने समाज को एक जुट करने के लिए प्रति गुरुवार(चित्रगुप्तवार) को सामुदायिक संगठन के क्षमता संवर्धन के तहत होलिस्टिक अप्रोच अंतर्गत वैदिक मंत्रोच्चार से समाज के चित्रगुप्त मंदिर प्रांगण में अग्निहोत्र करना प्रारंभ किया है जिससे सामाजिक समरसता का प्रादुर्भाव हुआ है। 

    प्रबुद्ध कायस्थ समाज के मेरे अलावा जगदीश नारायण माथुर, वीरेंद्र माथुर(गोपाल जी), विक्रम माथुर ,अंकुर माथुर आदि स्थाई रूप इस लोक कल्याणकारी कार्यक्रम में जुड़ गए हैं। नरेन्द्र माथुर वर्तमान में जिला उदयपुर के कोटड़ा ब्लॉक में 5 लाख पौधे लगवाने का अपना लक्ष्य लेकर अंतराष्ट्रीय उपलब्धि प्राप्त करने की ओर अग्रसर हैं। नरेन्द्र माथुर ने कहा कि यदि कायस्थ समाज एक जुट होकर कार्य करे तो अन्य समाज और स्वंयसेवी संगठनों का आईना बन सकता है ।