न्याय की कुर्सी के लिए चयन हुआ तन्वी माथुर का

जयपुर,2 दिसम्बर । एक स्कूल के कार्यक्रम में एक बच्ची न्याय की देवी बनी थी । उस समय उसके मन में यह सोच था कि मैं न्याय की कुर्सी पर बैठ कर लोगो के साथ समय पर न्याय कंरू



  समय कब गुजर गया , पता नहीं लगा आखिर वो पल आ गया जब स्कूल में देखा सपना उस समय साकार हो गया जब राजस्थान न्यायिक सेवा का परीक्षा परिणाम घोषित हुआ और राज्य में दूसरा एवं महिला वर्ग में प्रथम स्थान प्राप्त किया जयपुर की तन्वी माथुर ने ।
 जयपुर निवासी उमेश माथुर की पुत्री तन्वी माथुर ने अपने मामा प्रेमिल कुमार माथुरः राजस्थान न्यायिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारी मौजूदा समय राजस्थान विधान सभा के सचिव:के पदचिन्हो पर चलते हुए राजस्थान न्यायिक सेवा में राज्य में दूसरी एवं महिला वर्ग में प्रथम रैंक प्राप्त कर अपने परिवार, समाज ,राज्य का नाम रोशन किया । सुश्री तन्वी माथुर ने प्रथम प्रयास में ही आरजेएस बनने का गौरव हासिल किया है । तन्वी माथुर आरंभ से ही न्यायिक सेवा में जाना चाहती थी , और कडी मेहनत, परिजनों का उचित मार्गदर्शन,शिक्षकों का सहयोग से उसका सपना पूरा हो गया ।