किशनगढ में फाग महोत्सव

किशनगढ 26 मार्च ( कायस्थ टुडे) । कोरोना महामारी की वजह से दो साल से अपने पारम्परिक उत्सव और विरासत को नहीं चाहते हुए भी भूला बैठे लोगों में इस साल होली के आयोजनों में जबरदस्त उमंग, उत्साह नजर आया ।

  ​कृष्णगढ यानि किशनगढ के कायस्थ मौहल्ले में स्थित माताजी बेरी में होली पर कायस्थ समाज के होली मिलन समारोह में हर उम्र के सदस्यों ने अपनी विरासत में खोते हुए जमकर होली गीत गाये और डांस किया ।

कायस्थ समाज की गेहर घनश्याम जी मन्दिर से चंग की ढाप पर होली के गीत गाते हुए मौहल्ले से होती हुई माताजी बेरी पहुंची । गेहर का पूरे रास्ते में लोगों के रंग गुलाल उडाकर स्वागत किया और पकवान खिलाये । इस दौरान टी एन माथुर के घर पर ढूंढ भी हुई । 

माताजी बेरी पर हुए फाग आयोजन का आरंभ कायस्थ समाज के आराध्य देव श्री चित्रगुप्त जी महाराज के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित किया गया । इस अवसर पर कायस्थ समाज की महिलाएं फागणियां में नजर आयी । 

कुंज बिहारी माथुर के आथित्य में हुए फाग महोत्सव में शिव चरण माथुर,सतीश नारायण माथुर अशोक माथुर , सुरेन्द्र माथुर, प्रदीप माथुर , सतीश माथुर ,घनश्याम माथुर, दिलीप माथुर ,राजेश माथुर,राकेश माथुर सहित समाज के युवा भी मौजूद रहे । 

फाग महोत्सव में फूलों की होली खेली गयी । फाग उत्सव के आरंभ में कुंज बिहारी माथुर और शिव चरण जी को माला पहना कर स्वागत किया गया और समापन में अशोक माथुर ने पुरूष सदस्यों को और समता माथुर ने महिला सदस्यों के चंदन का तिलक लगा कर होली की शुभकामनाएं दी ।



करीब तीन घंटे से अधिक चले फाग उत्सव में चंग की ढाप पर सभी ने एक से बढ कर एक ने होली के गीत सुनाएं और डांस किया , महिलाएं भी इसमें पीछे नहीं रही ।मेघवती माथुर, शकुंतला माथुर ने महिला सदस्यों को पुष्प की होली खिलायी । भगवान चित्रगुप्त जी की आरती कर प्रसाद का वितरण किया गया और घरों से लाये गये पकवान का सभी ने आनंद उठाया ।KAYASTHA TODAY