जागो , जागो अब तो जागो ...............


कायस्थ टुडे के 1 अक्टूबर 2021 के अंक में 






राजस्थान की राजधानी जयपुर में कायस्थ समाज के अन्तर्राष्ट्रीय संगठन राष्ट्रीय एवं प्रदेष स्तर के समाज संगठन के अध्यक्ष सहित अन्य पदाधिकारी जयपुर में निवास करते है । पदाधिकारियों के के नाम हर दिन व्हाटसअप सन्देशों में पढने को मिल जाते है । पदाधिकारियोंएक ही उदेश्य है समाज सेवा , सब के रूप अलग अलग है लेकिन सबका ध्यर्य समाज सेवा । अच्छा कार्य है ,होने भी चाहिए लेकिन यह सब मिलकर आज तक जयपुर में पूर्व प्रधानमंत्री गुदडी का लाल लाल बहादुर शास्त्री जी की प्रतिमा तक नहीं लगवा पाये ।

   कई महासंगठनों के अध्यक्ष जयपुर में बिराजते है । जयपुर में शास्त्री नगर है ,शास्त्री मार्ग है लेकिन शास्त्री जी की मूर्ति नहीं । इसे विडम्बना ही कहा जायेगा । जयपुर में समाज संगठनों के समारोह होते है समाज को लेकर लम्बी छोडी फिल्म दिखाई जाएगी, मंच से बडी बडी घोषणाएं करेंगे।यह किया, वो किया , यह करेंगे , वो कर देंगे ।अगले दिन समाचार पत्रों की कतरने जिनमें इनके नाम ,फोटो होंगे आसमान में लहरा देंगे । लेकिन दो दिन बाद यहीं समाजसेवी नजर नहीं आयेंगे ।  सम्माननीय समाज सेवकों को भी पता नहीं रहेगा कि हमने मंच से क्या क्या बोला । धरती से जुडे समाजसेवी पदाधिकारियों को याद दिलायेंगे आपने मंच से यह ऐलान किया कब से शुरू करना है , ऐसा सुनते ही नजरे किसी दूसरी और । यहीं कारण है कि जयपुर में आज तक किसी मुख्य मार्ग पर जय जवान, जय किसान का नारा देने वाले और सादगी व ईमानदारी के प्रतीक पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी की जयपुर में प्रतिमा स्थापित नहीं हुई ,जब समाज के नेता सुस्त होंगे तो यहीं होना है ।

  शास्त्री जी के परिवार का जयपुर से करीबी रिश्ता है , शास्त्री जी के परिवार के सदस्य जयपुर आने पर बडे पदाधिकारी उनसे मिल कर जयपुर में शास्त्री जी की मूर्ति लगाने को लेकर चर्चा करेंगे उनके समक्ष यह जताने का प्रयास करते है कि देखिये हम कितने सक्रिय है लेकिन हकीकत इससे पलट है। समाज संगठनों की एकजुटता कितनी है इस बारे में ज्यादा कुछ लिखने की जरूरत नहीं है क्योंकि हर कोई इससे वाकिफ है । जरूरत इस बात की है कि लाल बहादुर शास्त्री जी की आदमकद प्रतिमा मुख्य मार्ग पर स्थापित करवाने के मुददे पर समाज संगठन एकजुटता से राज्य सरकार पर मूर्ति स्थापित करवाने के लिए अनुरोध करे ।

  समाज संगठन के पदाधिकारियों को राज्य के गांधीवादी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मिल कर लाल बहादुर शास्त्री जी की मूर्ति जयपुर में मुख्य स्थल पर स्थापित करवाने की मांग करनी चाहिए ।हर स्तर पर काम कर रहे समाज संगठन  अपने अपने स्तर पर भी मुख्यमंत्री को इस बारे में ज्ञापन प्रेषित कर सकते है । कम से कम सरकार के समक्ष लाल बहादुर शास्त्री जी की प्रतिमा स्थापित करने की मांग तो पहुंचे ।  समाज संगठन यदि सुस्त है तो प्रदेश की संवेदनशील कांग्रेस सरकार को ही पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी की आदमकद मूर्ति जयपुर के किसी मुख्य मार्ग पर स्थापित करवानी चाहिए ताकि नौजवान पीढी को उनके बताये मार्ग पर चलने की सीख मिले और आज की समस्याओं पर अंकुश लग सके ।