कायस्थ गौरव अमृतराय जी


 प्रसिद्ध उपन्यासकार, निबन्धकार, समीक्षक तथा अनुवादक कायस्थ कुल गौरव अमृतराय जी के पुण्यतिथि पर शत शत नमन.. 


अमृतराय (अंग्रेज़ी: Amritrai, जन्म- 1921, वाराणसी; मृत्यु- 14 अगस्त, 1996, इलाहाबाद) प्रसिद्ध उपन्यासकार, निबन्धकार, समीक्षक तथा अनुवादक थे। वे कहानी सम्राट कहे जाने वाले प्रेमचंद  के छोटे पुत्र थे। पिता की तरह अमृतराय मूलतः कहानीकार व उपन्यासकार थे।

 श्रेष्ठ अनुवादक व जीवनीकार के रूप में भी उनकी ख्याति थी। इसके साथ ही एक व्यंग्यकार और समालोचक के रूप में भी वे जाने जाते थे। प्रेमचंद की जीवनी 'कलम का सिपाही' के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से उन्हें सम्मानित किया गया था। नाट्य-लेखन में भी सक्रिय रहे। अंग्रेज़ी, बंगला और हिन्दी पर अमृतराय को समान अधिकार प्राप्त था।

परिचय

अमृतराय का जन्म सन 1921 में उत्तर प्रदेश के वाराणसी (वर्तमान बनारस) में हुआ था। वे प्रसिद्ध लेखक और उपन्यासकार प्रेमचन्द के सुपुत्र थे। प्रगतिशील साहित्यकारों में अमृतराय महत्त्वपूर्ण स्थान रखते हैं। अमृतराय का विवाह सुभद्रा कुमारी चौहान की बेटी सुधा चौहान से हुआ था। इनकी पत्नी सुधा ने सुभद्रा कुमारी चौहान तथा अपने पिता लक्षमण सिंह जी की संयुक्त जीवनी 'मिला तेज से तेज' नामक शीर्षक से लिखी थी।

साभार : ई प्रवीण सक्सेना