"पधारो भंवर सा" - संगीत - दीपक माथुर

 


"पधारो भंवर सा"


गीत का नाम - "पधारो भवंर सा"

गायिका - "सीमा मिश्रा" 

संगीत - दीपक माथुर 

गीत के बोल- कान्त  

Produced by- "के.सी. मालू"।

https://youtu.be/s79Vl_a_5xs


प्रेम बरखा की तरह बरस रहा है। जब-जब सजनी सावन की बूंदों को बरसते देखती है तब तब उसके मन में प्रेम के फूल खिल उठते हैं। विरह और प्रेम का अपना एक अलग ही नाता है जहाँ प्रेम होता है वहाँ तड़प अपने आप ही आ जाती है। "वीणा म्यूजिक" का ये गीत प्रेम की बौछार लेकर आया है।


सावन तीज त्यौहारों का महीना है त्यौहार के दिन अगर पति-पत्नी के साथ ना हो तो उसके चहरे की चमक फीकी पड़ ही जाती है। पत्नी के मन के भावों को बहुत ही खूबसूरती से उतारा है "वीणा म्यूजिक" ने अपने गीत में सजनी कह रही है कि मौत तो जाने कब मुझे मारेगी पर आपके और मेरे बीच की ये दूरी मेरी जान निकाल देगी।प्रेम की तड़प को  इस गीत में बहुत खूबसूरती से उतारा गया है।