मेरे बेहबूब कयामत होगी :अग्रवाल फार्म मानसरोवर माथुर

 

                                                                       
                                                                    


  Jaipur जयपुर, 5 अगस्त । अग्रवाल फार्म मानसरोवर Mathur माथुर सोसायटी ने कल सदाबहार गायक किशोर दा को उनके जन्मदिन पर याद किया । अग्रवाल फार्म मानसरोवर माथुर सोसायटी के सदस्यों ने  किशोर दा के गाये गाने गाकर स्वराजंलि दी । कार्यक्रम की शुरूआत सांस्कृतिक सचिव अम्बे माथुर ने अपनी मधुर आवाज से आने वाला कल जाने वाला है  गाकर स्वराजंलि दी ।

   स्वर्ण पथ मानसरोवर निवासी उदय माथुर ने मेरे बेहबूब कयामत होगी , अतुल कुलश्रेष्ठ ने जिंदगी है हंसने गाने के लिए पल दो पल,रविशंकर ने आ चल तुझे लेकर चलू ऐसे गगन के तले गाकर तथा अन्य सदस्यों ने भी किशोर कुमार के गाने गाकर किशोर कुमार को याद किया ।

 अच्छे आयोजन के लिए अग्रवाल फार्म मानसरोवर माथुर सोसायटी के पदाधिकारियों ,सदस्यों को बधाई ।


किशोर कुमार का जन्म 4 अगस्त 1929 को मध्य प्रदेश के खण्डवा शहर में वहाँ के जाने माने वकील कुंजीलाल के यहाँ हुआ था। किशोर कुमार का असली नाम आभास कुमार गांगुली था। किशोर कुमार चार भाई बहनों में चौथे नम्बर पर थे।

 किशोर कुमार उस समय भी चर्चा में आये थे जब उनके गाने बजने पर आकाशवाणी पर रोक लगा दी गई ।

किशोर कुमार ने उस पल को याद किया कि किस तरह से अपने आखिरी गीत को साथ में रिकॉर्ड करने के दौरान किशोर कुमार ने सभी को हंसाया था। बप्पी लाहिड़ी ने कहा, "किशोर कुमार जी ने महबूब स्टूडियो में मेरे लिए अपनी जिंदगी का आखिरी गाना गाया। फिल्म 'वक्त की आवाज' के लिए यह गाना था, जिसमें मिथुन चक्रवर्ती और श्रीदेवी की मुख्य भूमिकाएं थीं।