देख मुझें मत रोना मां : सुरेश वर्मा


लिपट तिरंगे में घर लौटूं

देख मुझें मत रोना मां

संयम रखना अपने ऊपर

धीरज नहीं तू खोना मां

शातिर यादें खूब रुलाती

यादों को नहीं ढ़ोना मां

संयम रखना अपने ऊपर

धीरज नहीं तू खोना मां

अपनी आंखों की माटी में

आंसू कभी न बोना मां

संयम रखना अपने ऊपर

धीरज नहीं तू खोना मां

मेरा बचपन याद आये तो

कातर अबस न होना मां

संयम रखना अपने उपर

धीरज नहीं तू खोना मां

उम्मीदों के धागों से तुम

सपने फिर से पिरोना मां

संयम रखना अपने ऊपर

धीरज नहीं तू खोना मां

मरने से पहले याद आया

गांव का कोना-कोना मां

संयम रखना अपने ऊपर

धीरज नहीं तू खोना मां

लिपट तिरंगे में घर लौटूं

देख मुझें मत रोना मां


व्हाटसअप वालॅ से सुरेश वर्मा


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