डा. ब्रिजेश माथुर के दूसरे ग़ज़ल-संग्रह का विमोचन

 


Ajmer अजमेर, 12 अक्टूबर ,(कायस्थ टुडे) । जवाहरलाल नेहरू अस्पताल के पूर्व अधीक्षक व प्रोफेसर आफ सर्जरी, डा. ब्रिजेश माथुर का दूसरा ग़ज़ल संग्रह--" यूं ही नहीं महकती यादें " 8 अक्टूबर को राजस्थान बोर्ड आफ सैकंडरी एज्युकेशन, अजमेर के राजीव गांधी हाल में, एक गरिमामय समारोह के बीच विमोचित हुआ। 


समारोह की अध्यक्षता, राजस्थानी व हिंदी के वरिष्ठ साहित्यकार, पद्मश्री डा. चंद्र प्रकाश देवल ने की।


इस समारोह में वरिष्ठ ग़ज़लकार श्री गोपाल गर्ग का ग़ज़ल संग्रह व कवयित्री श्रीमती सोनू सिंघल का काव्य संग्रह भी विमोचित किया गया।





. नीमच, म.प्र. से आए वरिष्ठ ग़ज़लकार  प्रमोद रामावत ने डा. माथुर के ग़ज़ल संग्रह का पुस्तक-परिचय दिया व अपना लाजवाब ग़ज़ल पाठ भी किया। इनके अलावा जोधपुर से आए वरिष्ठ और अज़ीम ग़ज़लकार  दिनेश सिंदल व जयपुर से आईं, कवयित्री श्रीमती शोभा चंदर ने भी अपनी रचनाएं सुनाकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।


यह कार्यक्रम अजमेर की जानी मानी और लब्ध प्रतिष्ठित सांस्कृतिक संस्था, कला अंकुर के तत्वावधान. में संपन्न हुआ और इसकी खासियत यह रही कि डा. ब्रिजेश माथुर की लिखी ग़ज़लों का संगीतमय प्रस्तुतिकरण भी कला अंकुर के गायकों द्वारा किया गया, जिनको बहुत ही सुंदर धुनों में बांधा कला अंकुर की होनहार संगीत गुरू श्रीमती सोनू माथुर ने।





ज्ञातव्य है कि डा. ब्रिजेश माथुर के प्रथम ग़ज़ल संग्रह.." और निखर जाऊंगा " का विमोचन भी ,अगस्त 2019 में इसी हाल में हुआ था।