फिल्म थैंक गॉड : कब तक सहोंगे--------

                                    


अनिल माथुर

चित्रांश समाज की सुस्ती की वजह से बालीवुड द्वारा अपनी लोकप्रियता हासिल करने के लिए चित्रांश समाज के आराध्य देव  भगवान चित्रगुप्त जी पर अनर्गल टिप्पणियां करने का चलन चल रहा है

   बालीवुड ने एक  बार फिर भगवान चित्रगुप्त जी पर अनर्गल  टिप्पणी करने का दुस्साहस किया है   हालिया इन्द्र कुमार द्वारा निर्देशित फिल्म थैंक गॉड का प्रोमा रिलीज किया गया है यह फिल्म दीपावली के निकट रिलीज होने की संभावना जताई जा रही है फिल्म थैंक गॉड में अभिनेता अजय देवगन भगवान चित्रगुप्त जी की भूमिका में है। इसका कोई विरोध नहीं है  ,अच्छा है निर्देशक ,लेखक ने भगवान चित्रगुप्त जी को याद किया लेकिन जिस तरह से फिल्म में अजय देवगन को भगवान चित्रगुप्त जी के रूप में और आस पास के माहौल को पेश किया है उसकी जितनी निदंा की जाये कम है निर्देशक ने भगवान चित्रगुप्त जी बने अजय देवगन के हाव भाव और आस पास खडी अध नग्न युवतियों को दिखाया है इसकी जितनी भत्र्सना की जाये कम है निर्देशक इन्द्र कुमार और अभिनेता अजय देवगन माफी मांगे  

फिल्म थैंक गॉड,हंसी मजाक फिल्म है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि भगवान चित्रगुप्त जी की भूमिका और उसके आस पास ऐसा माहौल बताए , जिसे कोई भी बर्दाश्त नहीं कर सकता अजय देवगन की भूमिका और निर्देशक इन्द्र कुमार की सोच को लेकर कायस्थ समाज में भयकर रोष है और हर स्तर पर इस फिल्म के बायकाट करने और निर्देशक इन्द्र कुमार और अभिनेता अजय देवगन द्वारा माफी मांगने और विवादित द्रश्यों को हटाने की मांग की जा रही है

 फिल्मों में ,फिल्म अभिनेताओं द्वारा या सरकारी विज्ञापन में भगवान चित्रगुप्त जी को लेकर विवादित टिप्पणी करना या गलत ढंग से दिखाये जाने की यह पहली घटना नहीं है इससे पहले भी कई बार ऐसे वाक्ये सामने आये है जब इस इंडस्टी या सरकार ने भगवान चित्रगुप्त जी को लेकर अनर्गल टिप्पणियां की है या गलत ढंग से दिखाया गया हेै ।यह सब कुछ केवल कुछ इस लिए हो रहा है समाज के मठाधीश मौन है , मन किया तो व्हाटसअप पर कुछ लिख दिया और कुछ लोगों ने यदि मठाधीश को चुप्पी पर दो शब्द बोल दिए तो एक पत्र मंत्री के नाम लिखकर व्हाटसअप पर साया कर इतिश्री कर लेंगे

यह अच्छे सकेंत है कि फिल्म थैंक गॉड  में विवादित द्रश्यों को लेकर समाज के स्थानीय पदाधिकारी मुखर हुए है धीरे धीरे इसमे तेजी रही है लेकिन जो उम्मीद बडे संगठनों के पदाधिकारियों से थी, वह नजर नहीं रही है राजस्थान , मध्य प्रदेश , उत्तर प्रदेश ,दिल्ली , महाराष्ट्र में फिल्म थैंक गॉड  में भगवान चित्रगुप्त जीे को लेकर फिल्माएं गए द्रश्यों को लेकर फिल्म फिल्म थैंक गॉड का बायकाट करने की मांग उठ रही है

 इसी कालम में समाज के मठाधीशों का उस समय भी आगाह किया था जब मध्य प्रदेश की बिजली वितरण कम्पनी ने भगवान चित्रगुप्त जी को लेकर विवादित विज्ञापन जारी किया था मठाधीशों की नींद नहीं उडी है, मौन साधे हुए है यह उनके लिए भी उचित नहीं है और समाज के लिए तो कतई ठीक नहीं है यदि अभी भी मौन नहीं तोडा तो आने वाला कल ओर भी खराब होगा समाज के कुछ संगठनों ने एक दो मौकों पर ऐसे विवादित बयान, चित्रों को लेकर अपनी आवाज उठाई थी जिसके उत्साहजनक परिणाम सामने आये थे ।एक बार फिर समाज के कर्णधारों:पदाधिकारियोंः से उम्मीद करनी चाहिए कि वे फिल्म थैंक गॉड के विवादित द्रश्यों को हटाने के लिए निर्देशक इन्द्र कुमार और अभिनेता अजय देवगन के खिलाफ कडी कार्रवाई के लिए कदम उठाये समाज में अनेक जाने माने कानूनी  , अधिवक्ता है उनकी मदद लेकर न्यायालय में वाद दायर करे, फिल्म सेंसर बोर्ड, फिल्म के निर्देशक इन्द्र कुमार, अभिनेता अजय देवगन को पत्र लिख कर या सोशल मीडिया के माध्यम से फिल्म में भगवान चित्रगुप्त जी को लेकर दिखाये गये विवादित द्रश्यों को हटाने की मांग करे

फिल्म थैंक गॉड का बायकाट करे , समाज के कुछ संगठनों ने इस फिल्म का बायकाट करने की अपील की है लेकिन यह हर किसी को मालुम है कि कितने लोग आजकर सिनेमा गृहों का रूख करते है, सोशल मीडिया का आप बायकाट नहीं कर सकते क्यूंकि इसका बायकाट करना मुश्किल है क्यों कि जाने किस किस सोशल मीडिया के प्लेटफार्म पर यह दिखाया जा रहा होगा ऐसे में अच्छा हो समाज संगठनों के पदाधिकारी अपने ईगो को ताक मेे रखकर एकजुट होकर भगवान चित्रगुप्त जी को  विवादित दिखाये जाने या विवादित बोल पर लगाम लगाने के लिए एक मंच से कार्रवाही करे यदि कदम बढवायेंगे तो कामयाबी अवश्य मिलेगी और मौन रहे तो फिर किसी प्लेटफार्म पर इस तरह की संभावित हरकत के लिए तैयार रहे ........

  साभार: कायस्थ टुडे  16 सितम्बर 2022 के अंक में