अनुज श्रीवास्तव के नेक प्रयास


जयपुर 23 जुलाई । श्रीराम सेवा संगम समिति,श्रीराम-जानकी रसोई एंव मस्ती की पाठशाला को संचालित कर रहे अनुज श्रीवास्तव ने कहा कि हर समय-हर क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बनाने वाली श्रीराम सेवा संगम समिति ने जब-जब देश को जरुरत पड़ी,तब-तब अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।


 ऐसे ही पिछले वर्ष एक भयानक रोग कोरोना ने पूरे विश्व को अपने गिरफ्त में जकड़ा,यहां तक कि हमारा देश भी इससे बच नही सका।आज़ भी कोरोना को लेकर भय व्याप्त है  इस  दौर में श्रीराम सेवा संगम समिति ने श्रीराम-जानकी रसोई की स्थापना की और जयपुर की जनता को राहत व रोजगार की योजना प्रदान कर घर जैसा शुद्ध व गरम खाना जिसमें देश के सभी त्यौहार,आप-हम सबके जन्मदिन,शादी की वर्षगांठ व बड़े बुजुर्गो कि पुण्यतिथि,ऐसे अनेकों सन्देश देते हुए हमने जनता को स्वाद देकर विश्वास जीता। हमें हमेशा आप सभी का अपार साथ मिला है। 


 कुछ महीनों से देख रहे हैं, हमने मानसरोवर में क्षिप्रा पथ पर एक बस्ती जिसमें लगभग 150 झोपड़ियां और 400 से अधिक बच्चे हैं, हमने इस बस्ती को अपनी संस्था से जोड़ा है। यह सभी परिवार कचरा बीनने वाले हैं। इन परिवारों के बच्चों को साक्षर एवं संस्कारों से जोड़ने के लिए मस्ती की पाठशाला का गठन कर एक अनूठा अभियान चलाया हुआ है। आप सभी देख रहे हैं,हम कई महीनों से मस्ती की पाठशाला में बच्चों को भोजन के अलावा,टोफी,बिस्कुट, वेफर्स,आईसक्रीम व फल बांट कर अनेकों सन्देश दे रहे हैं। 


होली पर हमने मस्ती की पाठशाला में बच्चों के साथ ख़ूब होली खेली और सभी परिवारों को गुलाल व मिठाई का वितरण किया। अब हम आपके सहयोग की अपेक्षा करते हुए पाठशाला को स्थाई व व्यवस्थित करने के लिए तेज़ धूप, बारिश, पीने का पानी एवं अन्य सुविधाओं के साथ शीघ्र ही संचालित करने का प्रयास कर रहे हैं। आप सभी के आशीर्वाद, उत्साहवर्धन एवं सहयोग कि मस्ती की पाठशाला के बच्चों को आवश्यकता है।आप भी आएं-साथ निभाएं ।