Chitragupta धर्मराज चित्रगुप्त अन्न क्षेत्र से जरूरतमंद कायस्थ परिवारों को मदद ।




जयपुर, 18 जून । दीवान कृष्ण गोपाल माथुर बहरोड़ स्मृति सदावर्त योजना के तहत जरूरतमंद राजस्थान में निवासरत अत्यल्प आय वर्ग के kayastha कायस्थ परिवारों को नियमित रूप से आंशिक राशन के रूप में आटा दाल उपलब्ध कराने के लिए धर्मराज चित्रगुप्त अन्न क्षेत्र की स्थापना की गई है ।


धर्मराज चित्रगुप्त अन्न क्षेत्र जयपुर में 28 जुलाई से ,कोटा में 4 अगस्त से, अलवर 13 अगस्त से ,जोधपुर- में 15 अगस्त  से शुरू होगा और शन: शन: सहयोगी मिलने पर अन्य शहरों में भी अन्न क्षेत्र की स्थापना की जायेगी।जरूरतमंद परिवारों को  प्रत्येक 15 दिन में एक बार 5 किलो आटा और आधा किलो दाल. माह के दूसरे और चौथे रविवार को प्रदान की जायेगी । केवल कायस्थ जो अपने को धर्मराज चित्रगुप्त जी की संतति मानते हैं एवं जिनकी सभी साधनों से अधिकतम मासिक पारिवारिक आय चार सदस्यीय परिवार हेतु 8000/- रूपये एवं उससे अधिक सदस्यों वाले परिवार हेतु 10000/- रूपये मासिक है उन्हे इस योजना में लाभ दिया जायेगा ।


प्रक्रिया आवेदक अपना नाम, परिवार सदस्यों की संख्या तथा आय का सैल्फ डिक्लैरेशन सहित आवेदन पत्र को संचालक सदस्य ,  दीवान कृष्ण गोपाल माथुर बहरोड़ स्मारक परिवार मंडल 2/139 "कृष्ण शीला" धर्मराज चित्रगुप्त मार्ग एस एफ एस अग्रवाल फार्म मानसरोवर जयपुर 302020 पर डाक द्वारा प्रेषित करेंगे. साथ में राशनकार्ड व मुखिया के आधार कार्ड की फोटो प्रति भी प्रेषित करेंगे. व्हाट्सएप पर अग्रिम प्रति हस्ताक्षर सहित भेज सकते हैं किंतु डाक द्वारा मूल आवेदन भेजना अनिवार्य है. आवेदक का विवरण गुप्त रखा जायेगा. और योजना से स्वैच्छा से बाहर होने पर सभी प्रपत्र वापस लौटा दिये जायेंगे.


अरविंद "कुमारसंभव " के अनुसार आवेदक के विवरण से संतुष्ट होने पर उन्हें पंजीकृत कर लिया जायेगा और सूचना दे दी जायेगी. उन्हें लगातार 6 माह उक्त सामग्री भेंट की जायेगी और 6 माह बाद रिव्यू करके आवश्यक हुआ तो फिर आगामी 6 माह के लिये बढ़ा दिया जायेगा. लाभार्थी दिये गये पते से इस सामग्री को ग्रहण कर सकते हैं.


भामाशाह परिवार भी इस योजना में सहभागिता कर सकते हैं. वे अपनी तरफ से एक या दो या तीन  जरूरत मंद परिवारों के लिए  न्यूनतम 6 माह के लिए सामग्री  स्पांसर कर सकते हैं. वे इसे अपने निज निवास से या बहरोड़ परिवार मंडल के माध्यम से वितरित कर सकते हैं. किंतु ध्यान रहे किसी भी प्रकार का मौद्रिक चंदा या सहयोग स्वीकार्य नहीं होगा. उन परिवारों का नाम भामाशाह के रूप में सोशल मीडिया पर डाला जायेगा.


श्री धर्मराज चित्रगुप्त अन्न क्षेत्र का संचालन केवल श्रद्धालु कायस्थ परिवारों के माध्यम एवं सहयोग से ही किया जायेगा. व्यवहारिकता की दृष्टि से किसी भी संस्था का इसमें जुड़ाव नहीं रखा गया है.  योजना का मूल मंत्र है किसी कायस्थ परिवार को आटा दाल का अभाव न रहे.


हाथ में हाथ अन्न क्षेत्र योजना में साथ क्षेत्रीय संचालकों में देवेंद्र स्वरूप माथुर जयपुर,दयाशंकर माथुर जयपुर,पंकज मोहन सक्सेना कोटा, ई निर्मल माथुर जोधपुर,डा.वीरेन्द्र माथुर जोधपुर, डा.अजय माथुर भीलवाड़ा, अविनाश माथुर अलवर,श्रीमती अर्चना सक्सेना अजमेर,विष्णु माथुर अजमेर, जगदीश प्रकाश माथुर जयपुर,अनिल भटनागर चित्तौड़गढ़,लोकेश चंद्र माथुर सीकर ,जनार्दन माथुर जयपुर है ।


 धर्मराज चित्रगुप्त अन्न क्षेत्र की स्थापना में  अनिल माथुर कोलरी जोधपुर, नरेन्द्र जौहरी जयपुर,जुगलकिशोर डिग्गी वाले जयपुर, गोपाल स्वरूप माथुर जयपुर,अवध बिहारी माथुर जयपुर, एस. पी. माथुर जयपुर,जुगल गौरैया जोधपुर,ओपी माथुर जोधपुर,नरेश माथुर जोधपुर,संतोष कुमार माथुर जोधपुर,महेश बाबू सक्सेना जयपुर,जयंती कुमार सक्सेना जयपुर,के. एन. माथुर जयपुर,उमेश भारतीय भरतपुर, प्रदीप माथुर सीकर,ओ. पी. सक्सेना कोटा,रामस्वरूप भटनागर सोजत सिटी और ने हरि प्रकाश माथुर जोधपुर ने व्यक्तिगत नैतिक समर्थन दिया है ।